Wednesday 19 December 2012

MANAVTA KI TO SARM KRO...

सीने में आग लगी , जलज्लाहत  सी मची  है,,, सवाल  बस ये है उसकी आबरु के साथ खिलवाड़ कर के तूने क्या अपनी मर्दानगी दिखाई है !!!!!1


देश की  राजधनी दिल्ली में जों हुआ है वो हमारे समाज के लिए नया नहीं है। आये दिन कुछ न कुछ ऐसी शर्मिंदगी की घटनाए हमारे सामने आती रहती है बस सवाल ये है कि ये घटना आखरी होगी । समाज, सरकार,  प्रशासन, सब घेरे में है । समाज में जितनी भागीदारी पुरुष की है उतनी ही महिला की है परन्तु एक महिला को हर वक़्त अपने आप को साबित करना पड़ता है। महिलाये को  घर से लेकर बाहर तक अपनी पहचान बनाने में हमेशा परीक्षा देनी पड़ती है। साफ है की नीतियों की कमी है। आज जब देश में एक लड़की की इज्जत के साथ खिलवाड़ हो चुकी है तो संसद से लेकर सड़क तक आवाज उठ रही है , सब  अपना विरोध  जता रहे है मीडिया भी पूरा कवरेज दे रहा है, तो क्या इस बार जरुर दरिंदो को सजा मिलेगी। अब वक़्त आ गया है कि घडयाली आसू का दिखावा ना कर के कुछ कदम उठाये जो आगे अपराध करने वालों के लिए सबक हो। समाज में मानवता का पालन किया जाये अगर आप के सामने कुछ गलत हो रहा है तो आप उस का विरोध करो। कानून ऐसी सजा दे की कोई अपराध करने की सोच भी ना सके। क्योकि जब तक डर नहीं होगा तब तक इससे काबू नहीं  पाया जा सकता है।

Wednesday 28 November 2012

aawaz: Gurupurab di sabnu lakh lakh vadhaiya.........Rab ...

aawaz: Gurupurab di sabnu lakh lakh vadhaiya.........Rab ...: Gurupurab di sabnu lakh lakh vadhaiya.........Rab di meher twede te bani re....
Dil or Dimag ki jang me hamesha Dimag he jete ye jaruri nhi h.....

Saturday 3 November 2012

poem

ख्वाइशो को जेब  में रक कर निकला कीजिये जनाब .....
खर्चा बहुत होता है मंजिलो को पाने में ........

Thursday 23 August 2012

Kha ne ka man karta h
kuch....
Aawaz uthane ka man
karta h.....
Ye man bhut kuch khtha h....
Per her ko samja ni pata h....
Is ko sochne se rokti hu per
ye aadat se mazbur h.....
isliye ab man ko bas me karne ke liye
likne bhat rhi hu......Aawaz ke sath....